अब ये मत पूछो बालक कि आप कौन हैं ! अरे हम वही ई-गुरु हैं, यार.
समझते भी नहीं.
हमें अपने ही मुंह से अपनी तारीफ़ करनी पड़ जाती है.
एक सज्जन बोल रहे थे, आप जैसे क्रांतिकारी रहे होते तो हम कबहूँ आजाद नहीं हुए होते.
अरे बच्चा, तो क्या तुम आजाद हो !
कौन सी समस्या से आजाद हो !
तब इंग्लैण्ड की महरानी तुम्हारा खून चूसती थीं,
आज इटली की महारानी तुम्हारा खून चूसती हैं.
क्या बदला क्या है यार !!
अब हम आ गए हैं, तो सब चकाचक तो होना ही है.
धैर्य रखो धैर्य, इसका फल गुड़ से भी मीठा होता है. अब ये मत कहना कि हमें गुड़ नहीं पसंद है,
या ये मत कहना कि डायबिटीज है.
तुम लोग भी यार कुछ भी बोलते हो, अंय
चलो अच्छा, इतना इंट्रो बहुत है.
अरे मुन्ना, बाकी अगले लेख में लेना.....कि सब यहीं ले लोगे.
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Sunday, March 28, 2010
चलिए स्वागत करिए, हम पुनः उपस्थित हैं.
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svayam ko pahli tippani karne ka maza hi kuchh aur hai yaro !
:D
achchha hua ki word verification ka samna bas hamen hi karna padaa.
ab sab sahi hai yaro, bas tipiya maro yaar, kya kar rahe ho !!
achha hai? swagat ...
chutilepan ko bnaye rakhiye fir aunga/
punaragaman ?
इस नए चिट्ठे के साथ हिंदी ब्लॉग जगत में आपका स्वागत है .. नियमित लेखन के लिए शुभकामनाएं !!
इस नए चिट्ठे के साथ हिंदी ब्लॉग जगत में आपका स्वागत है .. नियमित लेखन के लिए शुभकामनाएं !!
आपके ब्लॉग पर आकर कुछ तसल्ली हुई.ठीक लिखते हो. सफ़र जारी रखें.पूरी तबीयत के साथ लिखते रहें.टिप्पणियों का इन्तजार नहीं करें.वे आयेगी तो अच्छा है.नहीं भी आये तो क्या.हमारा लिखा कभी तो रंग लाएगा. वैसे भी साहित्य अपने मन की खुशी के लिए भी होता रहा है.
चलता हु.फिर आउंगा.और ब्लोगों का भी सफ़र करके अपनी राय देते रहेंगे तो लोग आपको भी पढ़ते रहेंगे.
सादर,
माणिक
आकाशवाणी ,स्पिक मैके और अध्यापन से सीधा जुड़ाव साथ ही कई गैर सरकारी मंचों से अनौपचारिक जुड़ाव
http://apnimaati.blogspot.com
अपने ब्लॉग / वेबसाइट का मुफ्त में पंजीकरण हेतु यहाँ सफ़र करिएगा.
www.apnimaati.feedcluster.com
हिंदी ब्लाग लेखन के लिए स्वागत और बधाई
कृपया अन्य ब्लॉगों को भी पढें और अपनी बहुमूल्य टिप्पणियां देनें का कष्ट करें